How To Classify Computer - कंप्यूटर का वर्गीकरण कैसे करें ?

हेलो फ्रैंड्स.। इस लेख में हम आपको बताएंगे.। How To Classify Computer मतलब कंप्यूटर का वर्गीकरण कैसे करें ?, लेकिन फ्रैंड्स कल हमने आपको बताया था. कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है ? अगर आपने उस आर्टिकल को नही पढ़ा है तो उस आर्टिकल को एक बार क्लिक करके जरूर पढ़ें.। चलिए अब जानते हैं Classify Computer के बारे में.।

कंप्यूटर का वर्गीकरण कैसे करें ?


फ्रैंड्स जैसा कि आपने पिछले आर्टिकल में पढ़ा.। कामकाज या कार्यक्षमता के आधार पर तीन प्रकार के कंप्यूटर होते हैं लेकिन कंप्यूटर के वर्गीकरण को समझना जरूरी है इसलिए आज हम बात करेंगे. Classify Computer के बारे में. और जानेंगे. कंप्यूटर का वर्गीकरण कैसे किया जा सकता है.।


कंप्यूटर क्या है? कंप्यूटर के वर्गीकरण को समझाइये.।

फ्रैंड्स पिछले आर्टिकल में आपने पढ़ा था. कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है. जो निर्देशों के अनुसार काम करती है इसका काम इनपुट उपकरणों की सहायता से डेटा को लेना और उस डेटा को प्रोसेस यानी संसाधित करके आउटपुट उपकरणों की सहायता से प्रदान करना है. लेकिन इस आर्टिकल में कंप्यूटर का वर्गीकरण विस्तार से किया नीचे किया गया है.।

कंप्यूटर का वर्गीकरण कैसे किया जा सकता है.।

कंप्यूटर का वर्गीकरण करें.? : कंप्यूटर का सीधा वर्गीकरण करना बहुत कठिन है. कंप्यूटरों को उनके कार्यों, उपयोगों और उद्देश्यों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है. इसलिए हम कंप्यूटर को तीन आधारों पर वर्गीकृत करते हैं.।

➤ Classification of Computer in Hindi 

  1. उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर (Computer By Purpose)
  2. आकार के आधार पर कंप्यूटर (Computer By Size)
  3. अनुप्रयोग के आधार पर कंप्यूटर (Computer By Application)


1. उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर - Computer By Purpose

फ्रेंड्स उद्देश्य के आधार पर यानी किसी प्रयोजन के अनुसार बनाए गए कंप्यूटर उद्देश्य के आधार पर कहलाते है ये दो प्रकार के होते हैं पहला सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर जिसके द्वारा सामान्य कार्य किये जाते हैं इसका उपयोग घरों और दुकानों में किया जाता है. दूसरा विशेष प्रयोजन के कंप्यूटर इन कंप्यूटरों का उपयोग विशेष कार्य के लिए किए जाते हैं.।

१. General Purpose Computer - सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर

२. Special Purpose Computer - विशेष प्रयोजन कंप्यूटर

१. General Purpose Computer (सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर)

सामान्य प्रयोजन कंप्यूटरों में कई प्रकार के कार्यों को करने की क्षमता होती है, लेकिन ये सभी कार्य सामान्य होते हैं न कि किसी विशेष प्रकार के.। जैसे Word Processing के साथ पत्र लिखना और दस्तावेज़ तैयार करना.। Document की छपाई वा डेटाबेस बनाना आदि.। इन कंप्यूटरों में किसी विशेष उद्देश्य के लिए कोई विशेष उपकरण नहीं जोड़ सकते. क्योंकि इन कंप्यूटरों में C.P.U. की कार्यक्षमता सीमित होती है जिनका उपयोग केवल सामान्य प्रयोजन के लिए किया जा सकता है.।

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२. Special Purpose Computer (विशेष प्रयोजन कंप्यूटर)

विशेष प्रयोजन कंप्यूटर किसी विशिष्ट कार्य के लिए बनाए जाते हैं. क्योंकि इन कंप्यूटरों के C.P.U. की क्षमता उस कार्य के अनुसार होती है जिस काम के लिए यह कंप्यूटर बनाए जाते है. यदि इन कंप्यूटरों में एक से अधिक सी.पी.यू. की आवश्यकता होती है तो इन कंप्यूटरों की संरचना एकाधिक सी.पी.यू. वाली कर दी जाती है. उदाहरण के लिए, स्टूडियो में संगीत संपादित करने के लिए उपयोग किया जाने वाला कंप्यूटर एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर है. इस कंप्यूटर से संगीत संबंधी डिवाइस को जोड़ा जा सकता है.।

विशेष प्रकार के कंप्यूटर का उपयोग अन्य क्षेत्रों में किया जाता है जैसे. मौसम विज्ञान, समुद्री विज्ञान, कृषि विज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान, उपग्रह संचालन, युद्ध क्षेत्र, चिकित्सा क्षेत्र, भौतिक रसायन, यातायात नियंत्रण, इंजीनियरिंग आदि.।

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2. आकार के आधार पर कंप्यूटर - Computer By Size

आकार के आधार पर कंप्यूटर यानी साइज के अनुसार बनाए गए कंप्यूटर आकार के आधार पर कहलाते है ये चार प्रकार के होते हैं मिनी कंप्यूटर, माइक्रो कंप्यूटर, मेनफ्रेम कंप्यूटर, सुपर कंप्यूटर आदि जिनके बारे में नीचे बताया गया है.।

➤ Types of Computer By Size

A. मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)
B. माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)
C. मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
D. सुपर कंप्यूटर (Super Computer)


A. मिनी कंप्यूटर - Mini Computer

Mini Computer माध्यम आकार में कंप्यूटर होते हैं. यह कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक कार्यात्मक होते हैं. इन कंप्यूटरों की कीमत माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है. और इन्हे व्यक्तिगत रूप से नहीं ख़रीदा जा सकता है. छोटी और मध्यम आकार की कंपनियाँ इन कंप्यूटरों का उपयोग करती हैं. इन कंप्यूटरों पर एक से अधिक व्यक्ति एक साथ कार्य कर सकते हैं. क्योंकि Mini Computer में एक से अधिक C.P.U होते हैं. इन कंप्यूटरों की गति माइक्रो कंप्यूटर से अधिक लेकिन मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम होती है.।

मध्यम स्तर की कंपनियों में मिनी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है. मिनी कंप्यूटर व्यक्तिगत माइक्रो कंप्यूटर के बजाय कंपनी में केंद्रीय कंप्यूटर के रूप में कार्य करता है. और यह कंप्यूटर के संसाधनों को साझा करता है. मिनी कंप्यूटर का उपयोग करते हुए यातायात में यात्रियों के आरक्षण के लिए आरक्षण प्रणाली, कर्मचारियों के वेतन के लिए पेरोल बनाना,  बैंकों में बैंकिंग के लिए वित्तीय खातों का रखरखाव करना आदि. करना होता है.।

आपने सुना होगा.। पहला मिनी कंप्यूटर PDP-8 (पीडीपी-8) एक रेफ्रिजरेटर के आकार का कंप्यूटर था, जिसकी कीमत $18,000 थी, जिसे D.E.C (डीईसी - डिजिटल उपकरण निगम) द्वारा 1965 में  बनाया गया था.।


B. माइक्रो कंप्यूटर - Micro Computer

कंप्यूटर प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में 1970 के दशक में एक बहुत बड़ा अविष्कार हुआ था. यह अविष्कार माइक्रो प्रोसेसर का अविष्कार था, इस अविष्कार से एक सस्ता और अच्छा कंप्यूटर सिस्टम बनना संभव हो गया. माइक्रो कंप्यूटर लागत में कम और आकार में छोटे होते हैं इन कंप्यूटरों को व्यक्तिगत प्रयोग के लिए घर या बाहर किसी भी कार्य क्षेत्र में स्थापित किया जा सकता है. इन कंप्यूटरों को पर्सनल कंप्यूटर (Personal Computer ) या पी.सी. (P.C.) भी कहा जाता है.।

व्यवसाय में माइक्रो कंप्यूटर का बहुत महत्व है, व्यवसाय छोटा हो या बड़ा, इसका उपयोग हर प्रकार के व्यवसाय में किया जाता है. छोटे व्यवसाय में व्यापारी किए गए कार्यों का विवरण रखता है, पत्राचार के लिए पत्र तैयार करता है. लेखांकन सॉफ्टवेयर का उपयोग करके उपभोक्ताओं के लिए बिल बना सकते हैं. ऐसे कंप्यूटर को डेस्क या ब्रीफकेस में भी रखा जा सकता है। इन छोटे कम्प्यूटरों को माइक्रो कम्प्यूटर कहते हैं.।

Word Processing और Filing System बड़े बिजनेस ऑपरेशंस में उपयोगी होते हैं. माइक्रो कंप्यूटर में केवल एक C.P.U होता है. आज वर्तमान में माइक्रो कंप्यूटर का विकास बहुत तेजी से हो रहा है जिसका नतीजा यह हुआ कि आज माइक्रो कंप्यूटर किताब के आकार में, फोन के आकार में और यहां तक कि घड़ी के आकार में भी आने लगे हैं.।


C. मेनफ्रेम कंप्यूटर  - Mainframe Computer

Mainframe कंप्यूटर आकार में बहुत छोटे होते हैं. तथा इनकी भंडारण क्षमता भी अधिक होती है. उनके पास बड़ी मात्रा में डेटा को बहुत तेज गति से संसाधित करने की क्षमता है. इसलिए इनका उपयोग बड़ी बड़ी कंपनियों, बैंकों, सरकारी विभागों में सेंट्रल कंप्यूटर के रूप में किया जाता है. ये कंप्यूटर 24 घंटे काम कर सकते हैं. इन कंप्यूटरों पर एक साथ सैकड़ों यूजर काम कर सकते हैं.।

Mainframe Computer को किसी नेटवर्क या माइक्रो कंप्यूटर से जोड़ा जा सकता है। इन कंप्यूटरों का उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है. उदाहरण के लिए - उपभोक्ताओं द्वारा की गई खरीद का विवरण रखना, भुगतान का विवरण रखना, बिल भेजना, नोटिस भेजना, कर्मचारियों को भुगतान करना, करों का विस्तृत विवरण रखना आदि.। जिनमें से कुछ मेनफ्रेम कंप्यूटरों के नाम इस प्रकार है - IBM 4381, ICL39 Series और CDC Cyber Series.


D. सुपर कंप्यूटर - Super Compute

सुपर कंप्यूटर सबसे बड़े भंडारण क्षमता के कंप्यूटर है जो अन्य सभी श्रेणियों के कंप्यूटरों की तुलना में सबसे तेज होते  है. इन कंप्यूटरों में अनेक सी.पी.यू. होते है जो समानांतर क्रम में काम करते हैं इस क्रिया को Parallel Processing कहते हैं सुपर कंप्यूटर का निर्माण नॉन-वॉन न्यूमैन अवधारणा के आधार पर किया जाता है एक सुपर कंप्यूटर में, कई A.L.U. होते हैं, जो C.P.U का एक भाग हैं. इनमें से प्रत्येक ALU एक विशिष्ट कार्य के लिए है. सभी ALU समानांतर ऑपरेशन करते हैं.।

सुपर कंप्यूटर का उपयोग बड़े वैज्ञानिक और अनुसंधान प्रयोगशालाओं में अनुसंधान कार्य में, मौसम की भविष्यवाणी करने, अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष में भेजने, उच्च गुणवत्ता वाले एनिमेशन चित्र बनाने में किया जाता है. इन सभी कार्यों में की गई गणना और प्रक्रिया जटिल और उच्च स्तर की सटीकता वाली है. जो सिर्फ सुपर कंप्यूटर ही कर सकता है. लेकिन भारत के पास PARAM नाम का एक सुपर कंप्यूटर है. जिसे भारत के वैज्ञानिकों ने भारत में ही बनाया था. PARAM-10000 परम कंप्यूटर का विकसित रूप है. इसके अलावा CRAY-2, CRAY XMP-24 और NEC-500 जैसे अन्य सुपर कंप्यूटर भी हैं.।


3. अनुप्रयोग के आधार पर कंप्यूटर - Computer By Application

अनुप्रयोग के आधार पर कंप्यूटर यानी Application के अनुसार बनाए गए कंप्यूटर अनुप्रयोग के आधार पर कहलाते है ये तीन प्रकार के होते हैं एनालॉग कंप्यूटर, डिज़िटल कंप्यूटर, हाइब्रिड कंप्यूटर, आदि जिनके बारे में नीचे बताया गया है.।

(a) एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer )

(b) डिज़िटल कंप्यूटर (Digital Computer)

(c) हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer)


(a) एनालॉग कंप्यूटर - Analog Computer

Analog Computer की श्रेणी में वह कंप्यूटर आते हैं, जिनका उपयोग भौतिक इकाइयों (दबाव, तापमान, लंबाई) को मापने और उन्हें संख्याओं में बदलने के लिए किया जाता है. ये कंप्यूटर किसी भी राशि को तुलना के आधार पर मापते हैं. चूंकि थर्मामीटर की गिनती नहीं होती है बल्कि, यह सतह के सापेक्ष विस्तार की तुलना करके शरीर के तापमान को मापता है.।

एनालॉग कंप्यूटर मुख्य रूप से विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्रो में उपयोग किए जाते हैं. क्योंकि इन क्षेत्रों में मात्राओं का उपयोग अधिक होता है. इस प्रकार के कंप्यूटर केवल मोटा मोटा अनुमान ही देते हैं. उदाहरण के लिए, पेट्रोल पंप पर स्थापित एनालॉग कंप्यूटर पंप से निकलने वाले पेट्रोल की मात्रा को मापता है जो लीटर में दिखाई देता है. और उसके मूल्य की गणना भी करता है.।


(b) डिज़िटल कंप्यूटर - Digital Computer

Digital Computer की इस श्रेणी में वह कंप्यूटर आते हैं, जो अंको की गिनती करते है यानी डिजिटल कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो इनपुट डेटा को नंबर्स के रूप में लेते हैं और ये नंबर 0 और 1 से मिलकर बने होते हैं जिन्हें Binary Number और Bit कहा जाता है. यह कंप्यूटर 0 और 1 के रूप में इनपुट लेता है लेकिन कई रूपों में आउटपुट देने की क्षमता रखता है, इसके परिणाम हमें संख्या, ग्राफिक्स, ध्वनि आदि के रूप में मिलते रहते हैं.।


(c) हाइब्रिड कंप्यूटर - Hybrid Computer

हाईब्रिड कंप्यूटर अनेक गुणों से युक्त होते हैं, इसलिए इन्हें हाईब्रिड कंप्यूटर कहते हैं इस प्रकार के कंप्यूटर को एनालॉग और डिजिटल दोनों तकनीक के आधार पर बनाया जाता है जिससे इस तरह की गणना को पूरा किया जा सकता है यानी इन कंप्यूटर का प्रयोग उन जगहों पर होता है जहां इस प्रकार की गणना की जाती है. ये कंप्यूटर अधिक विश्वशनीय होते है.।

उदाहरण के लिए, जब कंप्यूटर का एनालॉग उपकरण किसी रोगी के लक्षणों को मापता है, जैसे कि तापमान या रक्तचाप, तो इन मापों को बाद में डिजिटल भागों द्वारा संख्याओं में परिवर्तित कर दिया जाता है. इस प्रकार रोगी के स्वास्थ्य में होने वाले उतार-चढ़ाव का तुरंत पता चल जाता है.।


कंप्यूटर के विभिन्न प्रकारों और वर्गीकरणों को समझना क्यों महत्वपूर्ण है?

कंप्यूटर की शब्दावली को समझने से अन्य तकनीकों में मदद मिलती है कंप्यूटर में प्रयोग की जाने वाली शब्दावली और शब्दजाल की अच्छी जानकारी होने से आपको अन्य तकनीक के साथ अधिक कुशल होने में सहायता मिलती है.उदाहरण के लिए, इंटरनेट से जुड़ा कोई भी व्यक्ति इस बात की बेहतर समझ रखता है कि इंटरनेट का उपयोग कैसे किया जाए और अन्य उपकरणों को कैसे जोड़ा जाए.।


निष्कर्ष

फ्रैंड्स इस आर्टिकल में आपने पढ़ा.। कंप्यूटर का वर्गीकरण कैसे किया जा सकता है.?, मतलब आज हमने आपको Classify of Computer के बारे मे विस्तार से जानकारी बताई.। हम आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप कंप्यूटर वर्गीकरण के बारे में जान गए होंगे.।

अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप हमे कॉमेंट करके जरूर बताएं. और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे ताकि इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा लोग जान सके.।

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